The thread of love - rakshabandhan
रक्षाबंधन की दास्ताँ....
मैं रक्षाबंधन हूँ; मैं एक ऐसा बंधन हूँ जो अपने जन्मदिन पर भारत के सभी भाई-बहनों को आपस में प्रेम के सूत्र में बाँध देता हूँ।
मैं उस घर में भी दस्तक दे देता हूँ जिन घरों में बहुत सी बहिनों के भाई नहीं होतें हैं; उनके घर मैं किसी न किसी रूप में भाई बनकर पहुँच ही जाता हूँ।
मेरी भी एक बहिन है जिसका नाम राखी है, वो उन घरों में पहुँचती हैं जिन भाइयों के बहिन नहीं होती है।
मुझे तब बड़ा अजीब लगता है जब कोई भाई सुबह सुबह अपनी बहिन से राखी बंधवाकर और उसे कुछ पैसे थमाकर कहीं अकेले घर से बाहर चला जाता है जबकि बहिन रोजाना की तरह घर पर अकेली रह जाती है।
वैसे ऐसा सब भाई नहीं करते हैं लेकिन कुछ तो करते हैं।
इसलिए मेरी सभी भाइयों से गुजारिश है कि मेरे जन्मदिन (रक्षाबंधन) पर कोई भी भाई कहीं ना जाये अपनी बहिन और परिवार वालों के साथ प्रेम से घर पर ही समय बिताये तो मुझे बड़ी ख़ुशी होगी।
वैसे आजकल मेरा जन्मदिन सिर्फ पैसों और मिठाइयों का ही रह गया है यहाँ कोई भाई दिल से बहिन की रक्षा करने का शपथ नहीं लेता है।
लेकिन हाँ, ये जरूर करता है कि अगर कोई बहिन बड़ी दूर से राखी बाँधने आई है तो उसके मिठाई के डिब्बे और दूरी के हिसाब से भेंट दे दी जाती है। लेकिन अगर फिर भी भेंट कम रह जाये तो यहाँ कुछ बहनें भी मन में ये सोचे बिना नहीं रहतीं कि क्या किया यहाँ आकर; मेरा तो मिठाई के डिब्बे के भी पैसे वसूल नहीं हुए।
खैर, मेरे जन्मदिन (रक्षाबंधन) की मुझे अब ज्यादा ख़ुशी नहीं होती क्योंकि मुझे तो वही हुमायूँ और कर्मवती(कर्णावती) वाला दिन बहुत अच्छा लगा था। जब बहादुरशाह ने चित्तोड़ पर हमला किया तो वहां की महारानी कर्मवती की सेना कमजोर थी तो उसने सहायता हेतु हुमायूँ (जिसकी सेना उस समय बहुत ताकतवर थी) को एक धागा(राखी) भेजी। तो उस धागे (राखी) की हुमायूँ ने भी लाज रखी और अपनी सेना को बिना कुछ सोचे समझे रानी कर्मवती की सहायता के लिए भेज दिया।
अब मुझे अपने जन्मदिन की वो ख़ुशी नहीं मिलती।
मुझे खुशी तभी मिलेगी जब :-
1.सभी भाई इस दिन अपने घर पर ही बहनों और परिवार के साथ रहें।
2.भाई बहनों को इतना प्यार दे कि बहनें इस दिन अपने सारे गम भूल जाएँ।
3.सभी भाई इस दिन अपनी बहनों की हिफाजत करने का प्रण लें।
4.बहनें भी इस दिन जो समस्या हो वो भाइयों को बता दें क्योंकि इस दिन कोई भी भाई समस्या का हल ढूंढेगा।
5.इस दिन प्रेम का ऐसा माहौल बनायें कि सब मेरे जन्मदिन(रक्षाबंधन) को एक मिसाल के तौर पर याद करें।
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तो क्या ख्याल है आपका; मुझे भी खुश तो रखोगे न मेरे जन्मदिन पर।
------------------------रक्षाबंधन।
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