Wednesday, 22 February 2017

अनकही बातें - जो दिल कहे!!!

अनकही बातें - जो दिल कहे..!!! हजार गलतियाँ दिखी मुझे दूसरों में; फिर मैंने उन्हें सुधारने के तरीके भी बताये। . हक्का-बक्का तो, तब रह गया मैं; जब उन्होंने मुझपे ही उँगली उठाई!! . फिर बैठा जब मैं खुद की गलतियाँ गिनने तो वाकई ही खुद में बहुत सी गलतियाँ पाईं! . सोचा कि चलो; एक बार सुधार लूँ उनको लेकिन...

Monday, 13 February 2017

इंसान का मशीनी दिमाग - कुछ भूला कुछ याद रहा

●आज के इंसान का मशीनी दिमाग ना जाने कितनी जगह spread होता है। आज के इंसान का दिमाग 10 बातों को एक साथ लेकर चलता है और पूरे दिन इसी उधेड़बुन में लगा रहता है कि इन 10 कामों को; एक ही बार में; जल्दी से जल्दी किस तरह finish किया जाए। वैसे आज के हिसाब से देखा जाए तो "एक तीर से दो निशाने" वाली कहावत वास्तविक...