Saturday, 17 June 2017

Father is the second form of God

भगवान का दूसरा रूप - पिता पिता भगवान का वो दूसरा रूप होता है, जिसमे हम बच्चे, पिता के कड़क स्वभाव को देखकर उनसे डरने लगते हैं; और डरना जायज भी है। लेकिन भगवान और हमारे पिता में बस यही अंतर है कि जब हमसे कोई गलती हो जाती है तो भगवान हमे सजा देगा तो उसकी सजा का तब पता चलेगा; जब हमें ठोकर लगेगी,और फिर...

Thursday, 15 June 2017

कहानी गद्दार की...

वैसे तो हर इंसान पृथ्वी पर समान रूप से आता हैं लेकिन इस दुनियाँ के चालचलन और अपने फायदे के अनुरूप खुद को ढाल लेता है। जो गद्दार होते हैं वो भी आगे पीछे का ना सोचकर सिर्फ अपने फायदे की सोचते हैं और फिर किसी के भी साथ कुछ भी कर डालते हैं। अब ये गद्दार हर जगह छुपे रहते हैं यहां तक कि आपकी आंखों के सामने...