सफलता में बाधा :- ईर्ष्या
.3 idiot का वह डायलॉग तो शायद आपको याद ही होगा।
जब फरहान और राजू ने human behaviour के बारे में जाना कि "जब दोस्त fail हो जाए तो दुःख होता है लेकिन जब दोस्त first आ जाये तो और ज्यादा दुःख होता है।"
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वैसे उन दोनों की सोच कुछ गलत नहीं थी उन्होंने वही सोचा जो हर कोई सोचता है।
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क्या आपने कभी सोचा है कि जब दोस्त fail हो जाए तो हमें दुःख क्यों होता है...???
हमें वो दुःख इसलिए होता है क्योंकि वो हमसे एक कदम पीछे और अकेला रह जाता है..!!
जिसे हम हमदर्दी भी बोल सकते हैं और इसी हमदर्दी के कारण; दोस्त के fail हो जाने पर; हमें दुःख होता है।
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अब सोचो कि जब दोस्त first आ जाए या top करे तो और ज्यादा दुःख क्यों होता है...???
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उसके top करने से वो हमसे 1-2 नहीं बल्कि 10 कदम आगे निकल जाता है और हम पीछे (अकेले) रह जाते हैं।
अब ये और ज्यादा दुःख किसी हमदर्दी के कारण नहीं बल्कि ईर्ष्या(jealousy) के कारण होता है।
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आइये; same यही formula हम 3 idiot पर apply करके देखते हैं...!!!
first attempt में जब फरहान और राजू ने देखा कि list में रेंचो का नाम नहीं है तो उन्हें दुःख हुआ क्योंकि रेंचो के प्रति उन्हें हमदर्दी थी।
लेकिन जब second attempt में देखा कि रेंचो तो first आया है तो उन्हें और ज्यादा दुःख हुआ।
अब यहाँ उनके और ज्यादा दुःख होने की वजह कोई हमदर्दी नहीं बल्कि ईर्ष्या/जलन ही थी।
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लेकिन अगर बात reality की; की जाए तो...!!!
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जैसा कि हम जानते हैं जो जलता है; वह फिर खाक भी होता है फिर चाहे वो कोई चीज हो अथवा इंसान।
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चीज खाक हो जाए तो दूसरी खरीदी जा सकती है; लेकिन इंसान नहीं।
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चीज को आग; खाक करती है जबकि इंसान को ईर्ष्या।
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जब तक हमारे अन्दर ईर्ष्या है हम सफल नहीं हो सकते।
यह ईर्ष्या ही हमारी सफलता में बाधा है।
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अब सवाल है कि आखिर यह ईर्ष्या होती क्यों है...???
इसके निम्न कारण हो सकते हैं :-
●आपका दोस्त हर बार exam में आपसे अधिक अंक लाता है।
●आपके दोस्त के पास; आपसे अच्छा mobile या कोई चीज है।
●आपका दोस्त आपसे smart है....आदि।
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अगर आप चाहते हैं कि आप भी अपने दोस्त या किसी करीबी की तरह सफल हों तो आप उससे ईर्ष्या नहीं करें बल्कि प्रेरणा (inspiration) लें।
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आप ये जानने की कोशिश करें कि वो इतना सफल क्यों है...???
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जब आपको उनके सफल होने का कोई strong reason मिल जाए तो आप भी उसी दिशा में अपने कदम बढ़ाने की कोशिश करें।
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मान लीजिये आपके दोस्त के पास आज laptop है और आपके पास नहीं है तो इस स्थिति में आपको ईर्ष्या feel हो सकती है लेकिन आपको ये नहीं पता कि आपके दोस्त को भी आपसे ईर्ष्या होती है क्योंकि आप study में उससे बहुत अच्छे हो।
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आप उसके laptop को देखकर jealousy feel ना करें बल्कि अपने talent को देखकर खुद पर proud feel करें।
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ईर्ष्या से बचने का सबसे आसान उपाय यही है कि हम अपनी खाशियत/खूबियों को गिनें, स्वयं की ताकत पहिचानें और दूसरों से अपनी तुलना करने से बचें।
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इस तरह ईर्ष्या नामक बाधा को जड़ से मिटाकर हम अपने दोस्त की तरह दुनियां में अपनी पहिचान बना सकते हैं और सफल हो सकते हैं।
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जब आप सफल लोगों से ईर्ष्या करना छोड़ देते हैं और उनसे प्रेरणा लेना start कर देते हैं तभी से आप सफलता की सीढ़ी चढ़ने लगते हैं।
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इस blog को ऐसे ही ignore ना करें जितना हो सके इस पर अमल करने की कोशिश करें। दूसरों से ईर्ष्या करना छोड़ दें और उनसे प्रेरणा लेना सीखें।
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अगर यह blog आपको अच्छा लगा हो तो share और comment करना ना भूलें...!!!
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जय हिन्द।
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2.एक महान शब्द :- जागरुकता
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3.इसलिए हैं हम technology के गुलाम
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4.विजेता vs उपविजेता
Accha h bro.. i like it..
ReplyDeleteधन्यवाद...धीरेन्द्र राठौर
ReplyDeleteDear Atul, आपका ब्लॉग अच्छा है, आप लिखते भी अच्छा है, जो की आपको ब्लॉग्गिंग में सफलता दिलाने में सहायक होगा, लेकिन यहाँ में आपको कहना चाहूंगा कि आप अपने ब्लॉग पर Custom Domain ( Xyz.com) का यूज़ करे, और कोई अच्छी template का इस्तेमाल करे, आप ribbon भी use कर सकते है।
ReplyDeleteधन्यवाद
Abhinav Mishra
From
Hindi2web.in
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Thanx sir for compliment :)
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