Tuesday 15 November 2016

प्रेरणादायक कविता - जब हम किसी से

जब हम....



जब हम किसी से पहली बार गर्मजोशी से मिलते हैं तो उसकी नजर में हम हमेशा के लिए एक active और मिलनसार व्यक्ति बन जाते हैं
.
जब हम किसी असहाय व्यक्ति की help कर देते हैं तो उस व्यक्ति की नजरों में हम हमेशा के लिए अच्छे बन जाते हैं
.
जब हम किसी भूखे बच्चे को खाना खिलाते हैं तो वहां उपस्थित लोगों की नजरों में हम रहमदिल बन जाते हैं।
.
जब हम अपने हक के लिए लड़ते हैं तो हमारे समाज की नजरों में हम एक जागरूक व्यक्ति बन जाते हैं
.
जब हम किसी को गालियाँ देते हैं तो वहाँ उपस्थित बड़ों की नज़रों में हम असभ्य बन जाते हैं
.
जब हम किसी को कुछ आसानी से दे देते हैं तो उसकी नजरों में हम एक मददगार व्यक्ति बन जाते हैं।
.
जब हम किसी से; हमेशा अपने मद में रहकर बात करते हैं तो हम घमंडी बन जाते हैं
.
और
.
जब हम किसी से बहुत प्यार से बात करते हैं तो हम उनकी नजरों में एक दिलदार व्यक्ति बन जाते हैं।
.
ये हम ही हैं जो जिस स्थिति में होते हैं तो लोग उसी स्थिति में देखकर हमारे लिए एक दृष्टिकोण decide कर देते हैं कि हम ऐसे हैं...
.
जब हम किसी की नजरों में एक बार बुरे बन जाते हैं तो ज़िन्दगी गुजर जाती है कि फिर हम कभी उनकी नजरों में अच्छे बन सकें।
.
इसलिए दोस्तों; अपनी life में कभी किसी के साथ ऐसा कार्य ना करो; ऐसी स्थिति बयां ना करो जिससे कि लोगों के मन में आपके प्रति एक नकारात्मक दृष्टिकोण बन जाए।
बाकी तो आप खुद समझदार हो।
.
जय हिंद।

Saturday 12 November 2016

Inspiration line in hindi....we want from world while...

हम दुनियाँ से...


.
हम दुनियाँ से सच की उम्मीद रखते हैं जबकि खुद ही मिला-मिला कर झूठ बोलते हैं..!!
.
हम दुनियाँ से शांति चाहते हैं जबकि घर पर हमारी कोई चीज खो जाने पर; खुद ही अशांति फैलाते हैं।
.
हम दुनियाँ से भ्रष्टाचार का अंत चाहते हैं जबकि पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर, उन्हें 100₹ का नोट थमाकर, खुद ही भ्रष्टाचार फैलाते हैं।
.
हम दुनियां से हमेशा न्याय चाहते हैं जबकि जहाँ खुद का फायदा दिखता हो, वहाँ दूसरों के साथ अन्याय कर देते हैं।
.
हम दुनियाँ से चाहते हैं कि वो हमारे काम में टाँग ना अड़ाए जबकि हम खुद किसी सफल व्यक्ति को आगे नहीं बढ़ने देते।
.
हम दुनियाँ से चाहते है सभी प्रेम से रहें जबकि खुद दूसरों की सफलता से ईर्ष्या करते है।
.
यही जिंदगी की सच्चाई है मेरे दोस्त, हम दूसरों में बड़ा बदलाव देखना चाहते हैं जबकि खुद नहीं बदलते।
.
हर कोई सोचता है कि सामने वाला पहले बदले; जब हर कोई यही सोचेगा तो पहले बदलेगा कौन..???
.
ये जिंदगी का एक चक्रव्यूह है दोस्तों, चक्रव्यूह कितना मजबूत है या कमजोर...!!!
इसे तभी जान पाओगे जब खुद इसके अंदर घुस कर जाओगे।
.
हम चाहते हैं कि पहले दुनियां बदले लेकिन दुनियां तभी बदलेगी जब हम खुद बदलेंगे।
.
जो काम की पहले शुरुआत कर देता है वही उस mission का founder बन जाता है।
.
दुनियाँ में भेड़ चाल तो सभी चल रहे हैं लेकिन आओ हम एक शेर बनें और दुनियां को हम अपनी शेर चाल चलाएं फिर हमारी वो चाल एक mission बन जायेगी और हम उसके founder.
.
जय हिंद।
.
इन्हें भी पढ़ें :- Heart touching poem....दुःख इस बात का नहीं कि..!!!
.
Article....एक किसान पिता की दुविधा
.
Article....सफलता में बाधा :- ईर्ष्या
.
Article....एक कदम आगे

Monday 7 November 2016

दुख इस बात का नही कि...

दुःख इस बात का नहीं कि....

नोट :- यह poem उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई है; जो समझते हैं कि जिंदगी में अब सबने उनका साथ छोड़ दिया है।

दुःख इस बात का नहीं कि तुम नफरत करते हो मुझसे बल्कि दुःख तो इस बात का है कि मैंने अपने अंदर की उस कमी को पहिचाना क्यों नहीं..??
.
दुःख इस बात का नहीं कि तुमने धोखा दिया मुझको बल्कि दुःख तो इस बात का है कि मैं अब यकीन करूँगा किसपे..??
.
दुःख इस बात का नहीं कि तुम मामूली इंसान समझते हो मुझे बल्कि दुःख तो इस बात का है कि तुम इंसान को मामूली; समझते क्यों हो..??
.
दुःख इस बात का नहीं कि तुम हमेशा नजरअंदाज करते हो मुझे बल्कि दुःख तो इस बात का है कि तुमने मुझे ठीक से पहिचाना क्यों नहीं..???
.
दुःख इस बात का नहीं कि तुम्हें मेरी सूरत पसंद नहीं बल्कि दुःख तो इस बात का है कि तुम इंसान का व्यवहार देखते क्यों नहीं..??
.
दुःख इस बात का नहीं कि अब तुमने बात करना छोड़ दिया मुझसे बल्कि दुःख तो इस बात का है कि आखिर तुमने मुझे वह कारण बताया क्यों नहीं..??
.
दुःख इस बात का नहीं तुमने दोस्ती तोड़ दी मेरी बल्कि दुःख तो इस बात का है कि अब मैं इतनी पुरानी दोस्ती करूँगा किससे..??
.
यह poem आपको कैसी लगी; कृपया अपने comments के जरिये अवश्य बताइयेगा।
.
जय हिंद।
इन्हें भी पढ़ें :-
★जब लगे ठोकर किसी पत्थर से...
★ये जिंदगी है यारो...
★प्रेरणादायक कविता - जब हम किसी से...

Friday 4 November 2016

How to reduce traffic jam

अगर आप traffic jam से परेशान हैं तो अपनाएं यह तरीका


Traffic jam को कम करने का यह तरीका थोड़ा complicated है लेकिन effective है अगर नीचे दिए गए rules पर थोड़ा गौर किया जाए तो traffic काफी हद तक कम हो सकता है।
.
●आज अपने भारत के सभी शहर यातायात अवरोध (traffic jam) की समस्या से जूझ रहे हैं फिर चाहे वो शहर मुम्बई हो या दिल्ली।
.
इसीलिए आज इस topic पर बात करना बहुत आवश्यक हो गया है।
.
यहाँ Traffic jam से जुड़े तथ्यों को सिर्फ 6 step में समझा जा सकता है और शायद उनसे छुटकारा भी पाया जा सकता है.!!
.
☞Step 01. आखिर सड़कों पर traffic jam क्यों हो जाता है??
.
☞Step 02. Traffic jam से अधिक परेशानी किन लोगों को होती है।
.
☞Step 03. सड़कों पर हो रहे इस traffic jam का जिम्मेदार कौन है..??
.
☞Step 04. Traffic jam को कैसे कम किया जा सकता है या इसको कम करने के क्या उपाय हैं??
.
☞Step 05. Traffic jam को कम करने के लिए हमें किस वाहन का उपयोग करना चाहिए..??
.
☞Step 06. आज traffic jam किन लोगों की बदौलत फिर भी कम है..??

अब इन सभी प्रश्नों के उत्तर हम one by one समझते हैं:-
.
☞Step 01. आखिर सड़कों पर traffic jam क्यों हो जाता है??
.
मुख्यतः सड़कों पर traffic jam होने का कारण; तेजी से बढ़ती जनसंख्या और वाहन ही हैं, अगर बात दिल्ली की; की जाए तो वहां metro चलने के बावजूद भी किसी और शहर से अधिक traffic है।
जहाँ मेट्रो किसी स्थान पर पहुंचने में 20 मिनट ही लेती है, वहीं बस 45 मिनट से कम नहीं लेती।
यह जो 25 मिनट का फासला है वो किसी speed वगैरह की वजह से नहीं बल्कि traffic के कारण ही है।
Traffic jam होने का कारण; सिर्फ बढ़ती हुई जनसंख्या ही नहीं है बल्कि वो लोग भी हैं जो कहीं अकेले जाते हैं और वो bus या auto से जाने की बजाय अपनी कार ले जाने का कदम उठाते हैं और फिर traffic jam हो जाता है।
.
☞ Step 02. Traffic jam से अधिक परेशानी किन लोगों को होती है।
.
वैसे traffic jam से परेशानी तो सभी लोगों को ही होती है लेकिन यहाँ सिर्फ परेशानी की नहीं बल्कि अधिक परेशानी की बात की जा रही है तो बता दूं कि Traffic jam से; अधिक परेशानी उन लोगों को होती है जिनके पास समय बहुत कम होता है और जाहिर सी बात है ऐसे लोग उच्चवर्गीय परिवारों से belong करते हैं।
इसीलिए traffic jam से अधिक परेशानी उच्चवर्गीय परिवार (अमीरों) को ही होती है।
.
☞ Step 03. सड़कों पर हो रहे इस traffic jam का जिम्मेदार कौन है..??
.
वे सभी लोग; जो कहीं अकेले जाते हैं तो bus या auto का use ना करके स्वयं की कार ले जाते हैं।
और traffic jam करवा देते हैं।
इसीलिए traffic jam के जिम्मेदार वो लोग हैं जो अकेले के लिए भी स्वयं की car लेकर निकल पड़ते हैं।
.

☞ Step 04. Traffic jam को कैसे कम किया जा सकता है या इसको कम करने के क्या उपाय हैं??
.
Traffic jam को कम करने का सबसे आसान जो उपाय है वो यह कि traffic rules को follow किया जाए।
अगर traffic rules को follow करने के बावजूद भी traffic jam कम होने में कोई बदलाव नहीं दिखता है तो ये एक serious problem है।
खैर, traffic jam को reduce करने का मैंने जो तरीका खोजा है शायद वो आप पहले से जानते हों लेकिन मानते ना हों।
.
तरीका :- 
1. अकेले कहीं जाने के लिए कभी कार का उपयोग ना करें क्योंकि चार ऐसे लोग; जो खुद की कार लेकर सड़कों पर निकल पड़ते हैं फिर सडकों पर 4 कार दौड़ रहीं होती हैं और प्रत्येक कार में सिर्फ एक-एक व्यक्ति ही होता है जबकि वही चार लोग अगर अपनी-अपनी कार से जाने की बजाय एक auto से जाएँ तो सड़क पर एक कार की जगह एक auto लेगा और बाकी तीन कारों की जगह रिक्त हो जायेगी।
और इस तरह traffic jam तीन गुना तक कम हो जायेगा।
.
2. आप कितने भी अमीर क्यों ना हों..??
अगर traffic jam कम कराने का हौंसला रखते हो तो जब कभी भी कहीं अकेले जाना हो तो कार (4-wheeler) का use ना करें बल्कि bus, auto या public transport का ही use करें।
.
और हाँ; अगर आप auto का use करते हैं तो पैसे के दम पर कभी उसे अकेले के लिए book ना करें क्योंकि auto में चार लोगों के बैठने की पर्याप्त जगह होती है और ऐसे में अगर आप अकेले के लिए ऑटो book कर लेते हैं तो बाकी के तीन लोगों को दूसरी auto से जाना पड़ेगा और फिर वही traffic jam की समस्या आ खड़ी होगी।
आपको traffic को कम करवाना है ना कि auto book करके; comfort होकर traffic को बढ़ावा देना है।
.
☞ Step 05. Traffic jam को कम करने के लिए हमें किस वाहन का उपयोग करना चाहिए..??
.
कुछ उच्चवर्गीय लोग auto, bus या metro से जाने में अपनी तौहीन समझते हैं।
वो समझते हैं कि जब मेरे पास खुद का वाहन है तो bus वगैरह से क्यों जाएँ??
सही बात है; अगर आपको Traffic jam से कोई problem नहीं आती तो आप ख़ुशी-खुशी अपने वाहन से ही जा सकते हैं लेकिन अगर आपको traffic jam; एक serious problem लगती है और इससे मुक्ति पाना भी चाहते हैं तो आपको अकेले के लिए कार ना ले जाकर metro या bus से ही जाना होगा; बाकी reason तो आप जान ही चुके हैं कि क्यों जाना होगा..???
.
☞ Step 06. आज traffic jam किन लोगों की बदौलत फिर भी कम है..??
.
कुछ लोगों के पास समय बहुत कम होता है और traffic jam लगने पर बस या ऑटो वालों को दोषी ठहराते हैं; जबकि खुद car में अकेले बैठे रहते हैं और traffic jam का कारण बनते हैं।
अगर शहर में bus या auto चलाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाए तो प्रत्येक व्यक्ति स्वयं का वाहन खरीदने की जद्दोजहद में लग जाएगा।
फिर एक समय ऐसा आएगा कि सभी के पास वाहन तो पर्याप्त होंगे लेकिन उन्हें चलाने के लिए सड़कें नहीं होगीं।
इसीलिए आज ऑटो या बस चलाने वालों का शुक्रिया अदा करो क्योंकि इन लोगों के दम पर ही आज सड़कें फिर भी फ्री हैं वरना सड़कों पर traffic इतना अधिक हो जाता कि जो footpath; लोगों के पैदल चलने के लिए बनाये जाते हैं उन पर फिर बाइक या साईकल दौड़ने लगती और फिर सड़कों पर पैदल चलने के लिए तो क्या पैर रखने के लिए भी जगह नहीं मिलती।
.
So friends, my humble request please follow these guidelines.
.
और हाँ, शुरुआत भी खुद से ही करनी पड़ती है बाकी तो आप खुद ही समझदार हो।
.
Thankyou
.
तो friends ये थे traffic jam को समझने और उनसे उबरने के 6 Steps.
Traffic jam से मुक्ति पाने का ये तरीका आपको कैसा लगा; कृपया अपने comments के जरिये हमें बताइये ताकि हम ऐसे और भी article लिखने की कोशिश करें।
.
जय हिंद।