Saturday 12 November 2016

Inspiration line in hindi....we want from world while...

हम दुनियाँ से...


.
हम दुनियाँ से सच की उम्मीद रखते हैं जबकि खुद ही मिला-मिला कर झूठ बोलते हैं..!!
.
हम दुनियाँ से शांति चाहते हैं जबकि घर पर हमारी कोई चीज खो जाने पर; खुद ही अशांति फैलाते हैं।
.
हम दुनियाँ से भ्रष्टाचार का अंत चाहते हैं जबकि पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर, उन्हें 100₹ का नोट थमाकर, खुद ही भ्रष्टाचार फैलाते हैं।
.
हम दुनियां से हमेशा न्याय चाहते हैं जबकि जहाँ खुद का फायदा दिखता हो, वहाँ दूसरों के साथ अन्याय कर देते हैं।
.
हम दुनियाँ से चाहते हैं कि वो हमारे काम में टाँग ना अड़ाए जबकि हम खुद किसी सफल व्यक्ति को आगे नहीं बढ़ने देते।
.
हम दुनियाँ से चाहते है सभी प्रेम से रहें जबकि खुद दूसरों की सफलता से ईर्ष्या करते है।
.
यही जिंदगी की सच्चाई है मेरे दोस्त, हम दूसरों में बड़ा बदलाव देखना चाहते हैं जबकि खुद नहीं बदलते।
.
हर कोई सोचता है कि सामने वाला पहले बदले; जब हर कोई यही सोचेगा तो पहले बदलेगा कौन..???
.
ये जिंदगी का एक चक्रव्यूह है दोस्तों, चक्रव्यूह कितना मजबूत है या कमजोर...!!!
इसे तभी जान पाओगे जब खुद इसके अंदर घुस कर जाओगे।
.
हम चाहते हैं कि पहले दुनियां बदले लेकिन दुनियां तभी बदलेगी जब हम खुद बदलेंगे।
.
जो काम की पहले शुरुआत कर देता है वही उस mission का founder बन जाता है।
.
दुनियाँ में भेड़ चाल तो सभी चल रहे हैं लेकिन आओ हम एक शेर बनें और दुनियां को हम अपनी शेर चाल चलाएं फिर हमारी वो चाल एक mission बन जायेगी और हम उसके founder.
.
जय हिंद।
.
इन्हें भी पढ़ें :- Heart touching poem....दुःख इस बात का नहीं कि..!!!
.
Article....एक किसान पिता की दुविधा
.
Article....सफलता में बाधा :- ईर्ष्या
.
Article....एक कदम आगे

0 टिप्पणियाँ:

Post a Comment