Monday 13 March 2017

Behind the reason of i am fine!!

आखिर परेशान होने के बावजूद भी क्यों कहतें हैं लोग; कि मस्त हूँ..!!
जानिये reason...!!


आज हर किसी की जिंदगी में परेशानी नामक शब्द ने अपनी जगह बना ली है..!!!
●अगर आज कोई आपका हालचाल पूछता है तो आप मस्त हो कहकर फिर उसका हाल पूछने लगते हो...जबकि आपकी जिंदगी में मस्त का 'म' भी नहीं होता है।
''यह Article आप technic jagrukta वेबसाइट पर पढ़ रहे हैं''
खैर, आपने कभी सोचा है कि आप हमेशा सभी से; मस्त हैं, ठीक हैं, अच्छे हैं आदि। क्यों कहते हो..??
जबकि आपकी जिंदगी में कुछ और ही चल रहा होता है।
कुछ ही ऐसे लोग होंगे जो सभी को अपना वास्तविक हाल बताते होंगें..!!
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अगर गहराई से सोचा जाये तो हर मुश्किल का हल निकल ही आता है..!!
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चलो आज इसी बात की गहराई में चलते हैं कि हम परेशान होने के बावजूद भी किसी के द्वारा पूछे जाने पर ठीक हैं; क्यों कहतें हैं..???
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हालाँकि इसका जवाब थोड़ा complicated है but उतना ही effective.
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ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सामने वाले ने अगर प्रश्न किया कि भाई कैसे हो..???
तो दरअसल आप बताना चाहते हों कि आपकी जिंदगी में वाकई ही बहुत problems हैं...
लेकिन रुक जाते हो क्योंकि आपकी problems को आप कुछ ही शब्दों में बयाँ करना नहीं चाहते हो अगर आपने अपनी problems बताना start किया तो काफी समय लग जाएगा और शायद दूसरा भी upset हो जाएगा।
फिर भी इस बात की कोई जवाबदेही नहीं कि solution भी मिल ही जाएगा।
ये सारी बातें सिर्फ 5 सेकंड के अंदर ही दिमाग में चक्कर लगा देती हैं
और फिर आप दिल से ना बताकर दिमाग से बोलते हो कि भाई अच्छा हूँ..!!😊😊
क्योंकि इसके बाद उस व्यक्ति के पास; पूछने को कोई दूसरा प्रश्न; बचा ही कहाँ..??
इसीलिए आजकल; क्या हाल है..?? का common reply "मस्त हूँ" बन गया है।😊😊

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अब दूसरी बात को लेते हैं...
अगर आप बोले कि मस्त नहीं हो..!!
तो उधर से दूसरा प्रश्न होगा - क्यों..??
तो फिर आपको reason बताना होगा..!!
फिर तो दूसरी तरफ से two liner प्रश्न (कब, कहाँ, क्यों, कैसे ??) का इतना अम्बार लग जाएगा कि आप सभी प्रश्नों के reply देने में असहज महसूस करोगे।
इसीलिये इन 100 प्रकार के प्रश्नों से बचने के लिए बोला जाता है कि मस्त हैं भाई।👍👍
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वैसे, एक तरह से देखा जाए तो ये सही भी है क्योंकि अपनी हर एक बात और ना ही हर एक समस्या हर किसी के साथ share नहीं करना चाहिए।
क्योंकि अगर आप ऐसा करते हो तो आपको ये लंबे समय तक याद नहीं रहेगा कि आपने अपनी समस्याएं किस-किस को बताईं थीं।
जबकि दूसरी तरफ वो याद रख लेंगें और फिर एक दिन आपकी ही बातें; आपको बताकर; आपको चौंका देंगें।
और बदले में आपके मुंह से बस यही निकलेगा कि ये बात तुम्हें कैसे मालूम..???
और फिर वो; आपकी इस बेवकूफी पर हल्का सा मुस्कुरा देंगें।😊😊
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ये Article आपको कैसा लगा, कृपया अपने comments के माध्यम से अवश्य बताइयेगा।
जय हिंद।
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